आर्यभट्ट (476–550 ई.) : जिन्होने बताया कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है।
पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूर्णन-काल उन्होने 23 घण्टा, 56 मिनट, और 4.1 सेकेण्ड निकाला था।
उन्होने सूर्यग्रहण तथा [चन्द्रग्रहण]] की वैज्ञानिक व्याख्या की।